Five ways to identify chemical based watermelon

गर्मी के मौसम में अगर कोई फल सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है, तो वह है तरबूज. ठंडा-ठंडा रसदार तरबूज न सिर्फ स्वाद में लाजवाब होता है, बल्कि यह शरीर को ठंडक देने, पानी की कमी को पूरा करने और पाचन सुधारने में भी मदद करता है. यही वजह है कि गर्मियों में बाजार में तरबूज की मांग तेजी से बढ़ जाती है. लेकिन जैसे-जैसे इसकी मांग बढ़ती है, वैसे-वैसे कुछ दुकानदार और व्यापारी जल्दी मुनाफा कमाने के चक्कर में तरबूज को केमिकल से पकाने का तरीका अपनाते हैं. आमतौर पर ये केमिकल जैसे कार्बाइड या अन्य सिंथेटिक केमिकल फलों को जल्दी पकाने और ज्यादा लाल दिखाने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं.

हालांकि, ये दिखने में आकर्षक लगते हैं, लेकिन सेहत के लिए बहुत ही खतरनाक होते हैं. केमिकल से पके हुए तरबूज खाने से पेट दर्द, उल्टी, दस्त, एलर्जी, सिरदर्द या यहां तक कि लिवर और किडनी पर भी असर पड़ सकता है. इसलिए जरूरी है कि हमें पता होना चाहिए की असली तरबूज कौन सा है और नकली कौन सा. तो चलिए आज आपको इस आर्टिकल में बताते हैं 5 तरीके जिनकी मदद से आप केमिकल वाले तरबूज की पहचान कर सकते हैं.

तरबूज के न्यूट्रिशन और फायदे

तरबूज स्वाद से भरपूर फल है , जिसमें कई पोषक तत्वों भी पाए जाते हैं. इसमें पानी की मात्रा 92 % तक होती है, जो शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद करता है और शरीर में पानी की कमी नहीं होने देता. इसके अलावा, तरबूज में विटामिन सी, विटामिन ए, पोटेशियम, लाइकोपीन और सिट्रुलिन जैसे पोषक तत्व भी पाए जाते हैं, जो कई तरह के हेल्थ बेनिफिट्स देते हैं. बता दें कि, सिर्फ तरबूज ही नहीं बल्कि इसके बीज भी फायदेमंद होते हैं. आयुर्वेद एक्सपर्ट किरण गुप्ता जी बताती हैं कि तरबूज के बीजों को चबाने से प्रोटीन की कमी पूरी हो सकती है. तरबूज पाचन सुधारने से लेकर स्किन, हार्ट हेल्थ और इम्यूनिटी को बढ़ाने में भी मदद करता है.

1. तरबूज के छिलके का रंग ध्यान से देखें

अगर तरबूज का रंग असामान्य रूप से बहुत ज्यादा चमकदार या एकसार हरा है, तो सतर्क हो जाएं. क्योंकि नेचुरल तरबूज में हल्के-गहरे हरे रंग की धारियां होती हैं. वहीं, केमिकल वाले तरबूज अक्सर एकसार रंग के और ज्यादा चमकीले दिखते हैं क्योंकि उन्हें पॉलिश या केमिकल से तैयार किया जाता है.

2. अंदर का गूदा बहुत चटख लाल तो नहीं?

अगर तरबूज का अंदरूनी गूदा बहुत ज्यादा चटक लाल या है और देखने में सिंथेटिक सा लगता है, तो समझिए कुछ गड़बड़ है. केमिकल से पकाए गए तरबूज में रंग असामान्य रूप से गहरा होता है और उसमें नेचुरल मिठास की बजाय हल्का तीखापन या अजीब स्वाद आ सकता है.

3. काटने पर झाग या रस में बुलबुले बनना

अगर तरबूज काटते ही उससे निकलने वाले रस में झाग बनने लगे या उसमें बुलबुले आएं, तो यह साफ संकेत है कि उसमें केमिकल मिलाया गया है. ऐसा आमतौर पर कार्बाइड या इंजेक्शन द्वारा रंग मिलाने से होता है. इसलिए खरीदते समय तरबूज को पहले ही थोड़ा सा कटवाकर देख लें.

4. बीजों की स्थिति और रंग पर ध्यान दें

नेचुरल तरबूज में बीज काले या भूरे रंग के होते हैं और वे पूरी तरह से पके दिखते हैं. लेकिन अगर तरबूज को केमिकल से पकाया गया है तो तरबूज के बीज अक्सर हल्के कलर के और पतले दिखाई देते हैं.

5. हल्की खुशबू और स्वाद पहचानें

नेचुरल तरीके से पके तरबूज में हल्की सी ताजगी और मीठी खुशबू आती है. जबकि केमिकल से पकाए गए तरबूज में या तो कोई खुशबू नहीं होती या एक अजीब-सी तेज या सिंथेटिक गंध आ सकती है. साथ ही इसका स्वाद कम मिठा और रसीला नहीं होता है.

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